आपके और हमारे मन में हर समय कोई न कोई मनोकामना जरुर होती है और मनोकामना पूर्ण होने पर हमें अत्यंत प्रसन्नता होती है।
हर मानव मन चाहता है की उसकी मनोकामना पूर्ण हो, कोई चमत्कार हो जाए जिससे उसकी कामना पूर्ण हो जाये; कुछ लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण भी हो जाती हैं लेकिन हर व्यक्ति के साथ चमत्कार नहीं हो सकता।
लेकिन तंत्र में कई गुप्त क्रियाएं, मंत्र, साधनायें और विधान हैं जिनकी सहायता से आप अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं, और हर व्यक्ति अपने जीवन में चमत्कार जैसे शब्दों का प्रयोग कर सकता है।
तो आपके जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन लाने के लिए एक ऐसी ही साधना जिसे आप पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ करें और लाभ उठाएं।
आप एक नारियल लेकर (जो की जटा से युक्त हो) उसे सिंदूर मे तिल का तेल मिलकर और गीला कर उस से पूरा रंग दें और अपने मन की कामना पूरी होने की प्रार्थना माँ भगवती जगदम्बा से करें और निम्न मंत्र का १५ मिनट तक उतनी ही जोर से उच्चारण करें,जितने मे आपको ही सुनाई दे.किसी और को नहीं.
ॐ ईं ह्रीं कं ह्रीं ईं ॐ (OM EEM HREEM KAM HREEM EEM OM)
ये क्रम आपको ७ दिन तक करना है.याद रहे नारियल सिर्फ पहले दिन ही स्थापित करना है.अंतिम दिन क्रिया पूरी होने के बाद नारियल को किसी नदी या तालाब मे विसर्जित कर दें और किसी बच्ची को जो घर से सम्बंधित ना हो,उसे कुछ मिठाई और धन दे दें.ये क्रिया असाध्य कामना भी सहज सिद्ध कर देती है आवशयकता है मात्र पूर्ण विश्वास की.
प्रयोग करें और अपने अनुभव बताएं...
जय गुरुदेव।।
हर मानव मन चाहता है की उसकी मनोकामना पूर्ण हो, कोई चमत्कार हो जाए जिससे उसकी कामना पूर्ण हो जाये; कुछ लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण भी हो जाती हैं लेकिन हर व्यक्ति के साथ चमत्कार नहीं हो सकता।
लेकिन तंत्र में कई गुप्त क्रियाएं, मंत्र, साधनायें और विधान हैं जिनकी सहायता से आप अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं, और हर व्यक्ति अपने जीवन में चमत्कार जैसे शब्दों का प्रयोग कर सकता है।
तो आपके जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन लाने के लिए एक ऐसी ही साधना जिसे आप पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ करें और लाभ उठाएं।
आप एक नारियल लेकर (जो की जटा से युक्त हो) उसे सिंदूर मे तिल का तेल मिलकर और गीला कर उस से पूरा रंग दें और अपने मन की कामना पूरी होने की प्रार्थना माँ भगवती जगदम्बा से करें और निम्न मंत्र का १५ मिनट तक उतनी ही जोर से उच्चारण करें,जितने मे आपको ही सुनाई दे.किसी और को नहीं.
ॐ ईं ह्रीं कं ह्रीं ईं ॐ (OM EEM HREEM KAM HREEM EEM OM)
ये क्रम आपको ७ दिन तक करना है.याद रहे नारियल सिर्फ पहले दिन ही स्थापित करना है.अंतिम दिन क्रिया पूरी होने के बाद नारियल को किसी नदी या तालाब मे विसर्जित कर दें और किसी बच्ची को जो घर से सम्बंधित ना हो,उसे कुछ मिठाई और धन दे दें.ये क्रिया असाध्य कामना भी सहज सिद्ध कर देती है आवशयकता है मात्र पूर्ण विश्वास की.
प्रयोग करें और अपने अनुभव बताएं...
जय गुरुदेव।।